जीवन परिचय _ राजाभाई कौशिक । सालासर की पुण्यभुमि पर जन्म 1973 नवम्बर 6 , बचपन से युवावस्था देशनोक मे खेलकूद के साथ थोडा पढ लिख लिया, स्नातक के लिये अजमेर डीएवी कोलेज मे पढा, रोगी सेवा की भावना से आयुर्वेद अपनाया और सुयस प्राप्त किया । विचारों की उथल पुथल स्रवण सामर्थ ने मनष पट्ल के किसी कोने मे एक कविह्र्दय का जन्म हुआ पर समयाभाव मे पूरा पोषण नही हो पाया फिर भी साहित्य सेवा में अनेकों कविताएं, लेख , व्यंग लिख कर वाहवाही बटोरी , सौभाग्य से चित्रकारी भी मनभावन है । छोटे-छोटे अनेकों पुरुस्कार प्राप्त किये , बडे अलंकरण नहीं मिलना मेरी गलती नहीं । हाल मे राजस्थान प्रांत के चूरु में निवास का सौभाग्य मिल रहा है |